Thursday, September 19, 2024
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राम को देख कर श्री जनक नंदिनी – Ram Ko Dekh Kar Shri Janak Nandini Lyrics

राम को देख कर श्री जनक नंदिनी (Ram Ko Dekh Kar Shri Janak Nandini) भगवान श्री राम और माता सीता के मधुर मिलन का वर्णन करता है। इस भजन में श्री जनक नंदिनी, अर्थात माता सीता, जब पहली बार भगवान श्री राम को देखती हैं, तो उनके मन में जो भाव उत्पन्न होते हैं, उनका बहुत ही सुंदर और भावपूर्ण वर्णन किया गया है। यह भजन हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं का एक अहम हिस्सा है, जिसमें भक्ति और प्रेम की भावना को बेहद सरल और सजीव रूप में प्रस्तुत किया गया है।

भजन में श्री राम के दिव्य स्वरूप का वर्णन किया गया है, जिसे देखकर माता सीता का हृदय आनंदित हो उठता है। श्री राम का व्यक्तित्व, उनका स्नेहिल और शांत स्वभाव, और उनका तेजस्वी रूप, सबकुछ माता सीता के मन को मोह लेता है। भजन में यह बताया गया है कि श्री जनक नंदिनी का मन श्री राम के दर्शन मात्र से ही उन पर पूर्णतः समर्पित हो जाता है, और वह अपने हृदय में भगवान राम के प्रति गहन प्रेम और भक्ति का अनुभव करती हैं।

इस भजन के माध्यम से भक्तों को यह संदेश मिलता है कि जब भी हम भगवान के दर्शन करते हैं, तो हमारा मन भी उन्हीं की भक्ति में लीन हो जाना चाहिए। भगवान राम का प्रेम और उनका आशीर्वाद, जो हमें हमारे जीवन में सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है, इस भजन का मूल भाव है। यह भजन हमें सिखाता है कि भगवान के प्रति सच्ची भक्ति और प्रेम से जीवन में सच्ची खुशी और शांति प्राप्त की जा सकती है।

अंत में, यह भजन हमें माता सीता और भगवान राम के आदर्श संबंध की याद दिलाता है, जो न केवल प्रेम और समर्पण का प्रतीक है, बल्कि जीवन में सही दिशा में चलने के लिए प्रेरणा भी देता है। श्री राम और माता सीता का यह दिव्य मिलन हमें अपने जीवन में भक्ति, प्रेम और आदर्शों को अपनाने की प्रेरणा देता है।

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|| राम को देख कर श्री जनक नंदिनी ||

राम को देख कर श्री जनक नंदिनी,
बाग में जा खड़ी की खड़ी रह गयी,
राम देखे सिया माँ सिया राम को,
चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी….

थे जनकपुर गये देखने के लिए,
सारी सखियाँ झरोकान से झाँकन लगी,
देखते ही नजर मिल गयी दोनों की,
जो जहाँ थी खड़ी की खड़ी रह गयी….

बोली है एक सखी राम को देखकर,
रच दिए है विधाता ने जोड़ी सुघर,
पर धनुष कैसे तोड़ेंगे वारे कुंवर,
सब में शंका बनी की बनी रह गयी….

बोली दूजी सखी छोटन देखन में है,
पर चमत्कार इनका नहीं जानती,
एक ही बाण में ताड़िका राक्षसी,
उठ सकी ना पड़ी की पड़ी रह गयी….

राम को देख कर श्री जनक नंदिनी,
बाग में जा खड़ी की खड़ी रह गयी,
राम देखे सिया माँ सिया राम को,
चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी….

|| Ram Ko Dekh Kar Shri Janak Nandini ||

Ram Ko Dekh Kar Ke Janak Nandini,
Bag Mein Vo Khadi Ki Khadee Rah Gayi।
Ram Dekhe Siya Ko Siya Ram Ko,
Charon Ankhia Ladee Ki Ladee Rah Gayi॥

The JanakPur Gaye Dekhne Ke Liye,
Saari Sakhiyan Jharokho Se Jhakan Lage।
Dekhte Hi Nazar Mil Gayi Prem Ki,
Jo Jaha Thi Khadi Ki Khadi Reh Gayi॥
॥ Ram Ko Dekh Kar Ke Janak Nandini…॥

Boli Ek Sakhi Ram Ko Dekhkar,
Rach Gayi Hai Vidhata Ne Jodi Sughar।
Per Dhanush Kaise Todenge Vaare Kunwar,
Man Mein Shanka Bani Ki Bani Rah Gayi॥
॥ Ram Ko Dekh Kar Ke Janak Nandini…॥

Boli Dusari Sakhi Chhote Dekhan Mein Hai,
Per Chamatkaar Inka Nahi Janti।
Ek Hi Baan Mein Tadika Rakshasi,
Uth Saki Naa Padi Ki Padi Reh Gayi॥
॥ Ram Ko Dekh Kar Ke Janak Nandini…॥

Ram Ko Dekh Kar Ke Janak Nandini,
Bag Mein Vo Khadi Ki Khadee Rah Gayi।
Ram Dekhe Siya Ko Siya Ram Ko,
Charon Ankhia Ladee Ki Ladee Rah Gayi॥

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” एक अत्यंत मधुर और भावपूर्ण भजन है, जो भगवान श्री राम और माता सीता की अद्भुत भक्ति को दर्शाता है। यह भजन भारतीय धार्मिक संगीत में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और भक्ति रस में डूबे भक्तों के हृदय को छू जाता है। इस भजन का मुख्य भाव यह है कि जब माता सीता ने पहली बार भगवान राम को देखा, तो उनके मन में कैसी भावनाएँ उमड़ीं और उन्होंने किस प्रकार भगवान राम के दिव्य स्वरूप का अनुभव किया।

इस भजन की रचना भारत के प्राचीन संतों और भक्त कवियों द्वारा की गई है, जो अपनी सरल भाषा और गहरे भावनात्मक तत्वों के लिए प्रसिद्ध हैं। यह भजन भगवान राम और माता सीता के मिलन की कहानी को दर्शाता है, जिसमें माता सीता की पहली दृष्टि भगवान राम पर पड़ती है और वे उनके सौंदर्य, शक्ति और दिव्यता से अभिभूत हो जाती हैं। इस भजन के माध्यम से भक्तजन भगवान राम और माता सीता की पवित्रता, उनकी दिव्य प्रेम कथा और उनके आदर्श चरित्र का स्मरण करते हैं।

भजन की शुरुआत माता सीता की भगवान राम को पहली बार देखने की घटना से होती है। जनकपुर के राजा जनक की पुत्री सीता, जो अपनी सुंदरता, विनम्रता और गुणों के लिए जानी जाती थीं, भगवान राम को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाती हैं। भगवान राम, जो अपने दिव्य तेज, सौम्य व्यक्तित्व और असीम करुणा के लिए प्रसिद्ध हैं, माता सीता के हृदय में एक अद्वितीय स्थान बना लेते हैं। इस भजन में माता सीता की भावनाओं का वर्णन इतनी सरलता और सजीवता से किया गया है कि सुनने वाला स्वयं को उस समय और स्थान में महसूस करने लगता है।

भजन के शब्द और उनकी ध्वनि सुनने वाले को एक आध्यात्मिक अनुभव में डुबो देते हैं। भजन के गायन में उपयोग की गई ताल और लय सुनने वालों के मन-मस्तिष्क को शांति और आनंद की अनुभूति कराती है। इस भजन का संगीत और शब्द संयोजन इतना सुंदर और प्रभावशाली है कि यह सीधे भक्तों के हृदय तक पहुँचता है और उन्हें भगवान राम और माता सीता के प्रति अपनी भक्ति को और गहरा करने के लिए प्रेरित करता है।

भजन में माता सीता के द्वारा भगवान राम के स्वरूप का वर्णन भी किया गया है। भगवान राम का सुंदर और मनमोहक रूप, उनकी बड़ी-बड़ी आंखें, उनके सजीले वस्त्र और उनके दिव्य आभा का वर्णन इस भजन में बहुत ही सुंदर तरीके से किया गया है। माता सीता भगवान राम के प्रत्येक अंग-प्रत्यंग को निहारती हैं और उनके सौंदर्य की प्रशंसा करती हैं। भगवान राम के रूप, उनके गुण और उनकी दिव्यता से अभिभूत होकर माता सीता का मन भगवान राम के प्रति पूर्णतः समर्पित हो जाता है।

इस भजन में न केवल भगवान राम और माता सीता के प्रति भक्ति का भाव है, बल्कि यह जीवन के विभिन्न पहलुओं पर भी प्रकाश डालता है। यह भजन हमें सिखाता है कि कैसे भगवान राम और माता सीता का जीवन और उनके आदर्श हमारे जीवन में प्रेरणा का स्रोत बन सकते हैं। भगवान राम का मर्यादा पुरुषोत्तम रूप और माता सीता का पतिव्रता धर्म का पालन करना हमें सिखाता है कि हमें भी अपने जीवन में उच्च आदर्शों का पालन करना चाहिए और समाज में सत्य, धर्म और न्याय की स्थापना करनी चाहिए।

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन हमें भगवान राम और माता सीता के प्रति अपनी भक्ति को और गहरा करने की प्रेरणा देता है। यह भजन हमारे हृदय में भक्ति, श्रद्धा और प्रेम की भावना को जागृत करता है और हमें अपने जीवन में भगवान के आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है। इस भजन के माध्यम से हम भगवान राम और माता सीता के दिव्य प्रेम की अनुभूति कर सकते हैं और उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

इस प्रकार, “राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रभावशाली भजन है जो भक्तों के हृदय में भगवान राम और माता सीता के प्रति भक्ति की भावना को प्रज्वलित करता है। यह भजन हमें भगवान के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण को बढ़ाने की प्रेरणा देता है और हमें उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित करता है।

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रभावशाली भजन है, जो भक्तों के हृदय में भगवान राम और माता सीता के प्रति भक्ति की भावना को प्रज्वलित करता है। इस भजन के माध्यम से हमें अनेक प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। यहां इस भजन के लाभों का विस्तार से वर्णन किया गया है:

आध्यात्मिक शांति और संतोष

यह भजन सुनने और गाने से हमें आंतरिक शांति और संतोष की अनुभूति होती है। भगवान राम और माता सीता के प्रेम और उनके दिव्य गुणों का स्मरण हमारे मन को शांति और स्थिरता प्रदान करता है। यह भजन हमें हमारे दैनिक जीवन के तनाव और चिंताओं से मुक्त करता है और हमें आंतरिक शांति की अनुभूति कराता है।

भक्ति और श्रद्धा की वृद्धि

इस भजन के माध्यम से भगवान राम और माता सीता के प्रति हमारी भक्ति और श्रद्धा बढ़ती है। भजन के शब्द और संगीत हमारे हृदय में भगवान के प्रति प्रेम और भक्ति की भावना को गहरा करते हैं। यह हमें भगवान के निकट लाता है और हमारी भक्ति को मजबूत करता है।

आध्यात्मिक उन्नति

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन हमारे आध्यात्मिक जीवन में उन्नति करने में सहायता करता है। यह भजन हमें भगवान के आदर्शों और उनके गुणों का अनुसरण करने के लिए प्रेरित करता है। भगवान राम के मर्यादा पुरुषोत्तम रूप और माता सीता के पतिव्रता धर्म का पालन करने की प्रेरणा हमें अपने जीवन को धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से जीने के लिए प्रेरित करती है।

सकारात्मक ऊर्जा का संचार

इस भजन का गायन और श्रवण हमारे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। भजन के माध्यम से उत्पन्न होने वाली सकारात्मक ऊर्जा हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होती है। यह ऊर्जा हमारे जीवन में सकारात्मकता, खुशी और स्वास्थ्य का संचार करती है।

मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य

भजन सुनना और गाना दोनों ही हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। यह हमारे मन को शांत करता है, तनाव और चिंता को कम करता है, और हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है। भजन के माध्यम से उत्पन्न होने वाली सकारात्मक भावनाएँ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को भी उत्तम बनाती हैं।

सामाजिक और सांस्कृतिक एकता

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन समाज में सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देता है। इस भजन का गायन और श्रवण हमें हमारी सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं के प्रति गर्व महसूस कराता है। यह भजन हमें हमारी संस्कृति और धार्मिक परंपराओं के प्रति सम्मान और आदर का भाव पैदा करता है।

धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान

इस भजन के माध्यम से हमें धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। भजन के शब्द और उसकी भावना हमें भगवान राम और माता सीता के जीवन और उनके आदर्शों के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। यह ज्ञान हमारे जीवन को सही दिशा में ले जाने में सहायता करता है और हमें धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध बनाता है।

भावनात्मक शुद्धि

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन हमारे भावनात्मक शुद्धि में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भजन का गहन अर्थ और उसकी मधुरता हमारे हृदय को पवित्र करती है और हमारी भावनाओं को शुद्ध करती है। यह भजन हमारे भीतर की नकारात्मक भावनाओं को समाप्त करता है और हमें प्रेम, करुणा और दया की भावना से भर देता है।

ध्यान और योग

इस भजन का उपयोग ध्यान और योग में भी किया जा सकता है। भजन की मधुर ध्वनि और उसके दिव्य शब्द ध्यान के लिए अत्यंत उपयुक्त होते हैं। यह भजन हमारे मन को एकाग्र करता है और ध्यान के माध्यम से हमारे आत्मा की उन्नति करता है। योग अभ्यास के दौरान भी इस भजन का श्रवण और गायन हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक होता है।

जीवन के आदर्शों की प्राप्ति

भजन “राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” हमें जीवन के उच्च आदर्शों की प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है। भगवान राम और माता सीता के आदर्श चरित्र और उनके गुण हमें अपने जीवन में सत्य, धर्म, न्याय और करुणा का पालन करने के लिए प्रेरित करते हैं। यह भजन हमें अपने जीवन में उच्च आदर्शों को अपनाने और उन्हें जीवन में लागू करने की प्रेरणा देता है।

संगीत का आनंद

इस भजन का संगीत और उसकी मधुरता हमारे जीवन में आनंद और खुशी का संचार करती है। भजन का गायन और श्रवण हमारे जीवन में संगीत के महत्व को उजागर करता है और हमें संगीत के माध्यम से आनंद की अनुभूति कराता है। यह भजन हमारे मन और आत्मा को प्रसन्नता और खुशी की भावना से भर देता है।

समाज में शांति और सद्भावना का संचार

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन समाज में शांति और सद्भावना का संचार करता है। भजन के माध्यम से उत्पन्न होने वाली सकारात्मक ऊर्जा और प्रेम की भावना समाज में शांति, सद्भावना और सहयोग की भावना को बढ़ावा देती है। यह भजन समाज के विभिन्न वर्गों को एकत्रित करता है और समाज में एकता और प्रेम की भावना को मजबूत करता है।

इस प्रकार, “राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन हमें अनेक प्रकार के लाभ प्रदान करता है। यह भजन हमारे जीवन को आध्यात्मिक, मानसिक, शारीरिक और सामाजिक दृष्टिकोण से समृद्ध बनाता है और हमें भगवान राम और माता सीता के प्रति अपनी भक्ति को गहरा करने की प्रेरणा देता है।

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन क्या है?

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन एक प्रसिद्ध भक्ति गीत है जिसमें भगवान राम की आराधना और श्री सीता (जनक नंदिनी) के प्रति उनके प्रेम को व्यक्त किया जाता है। यह भजन विशेष रूप से भगवान राम और सीता की दिव्य जोड़ी की पूजा और सम्मान के लिए गाया जाता है।

इस भजन के बोल क्या हैं?

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन के बोल भगवान राम और माता सीता के प्रेम और उनकी पूजा की महिमा का वर्णन करते हैं। भजन के बोल सुनने या पढ़ने के लिए आप धार्मिक संगीत वेबसाइट्स, भजन संग्रह, या यूट्यूब पर इस भजन के वीडियो देख सकते हैं।

इस भजन को कौन गाता है?

इस भजन को विभिन्न भजन गायक गाते हैं। भजन के वीडियो विवरण में या धार्मिक संगीत एल्बम में गायक का नाम बताया गया होता है। आप प्रमुख धार्मिक गायकों की आवाज़ में इसे सुन सकते हैं।

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन का वीडियो कहाँ देख सकते हैं?

इस भजन का वीडियो आप यूट्यूब जैसे वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म्स पर देख सकते हैं। इसके अलावा, धार्मिक संगीत और भजन एप्स पर भी इसे उपलब्ध पाया जा सकता है।

इस भजन का उद्देश्य क्या है?

“राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन का उद्देश्य भगवान राम और माता सीता की भक्ति और श्रद्धा को बढ़ावा देना है। यह भजन भक्तों को भगवान के दिव्य रूप और उनके प्रेम की अनुभूति कराता है।

इस भजन को गाने का सही समय क्या है?

इस भजन को आमतौर पर पूजा, भजन संध्या, या धार्मिक अवसरों पर गाया जाता है। इसे विशेष रूप से राम नवमी, सीता नवमी, और अन्य धार्मिक अवसरों पर गाने की परंपरा होती है।

क्या इस भजन की कोई विशेष सांगीतिक या लिरिकल विशेषताएँ हैं?

हाँ, “राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन की सांगीतिक विशेषताएँ इसकी मधुर धुन और भावपूर्ण लिरिक्स हैं। यह भजन भक्तों को एक दिव्य अनुभव प्रदान करता है और भगवान राम तथा माता सीता के प्रति गहरी श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त करता है।

क्या इस भजन का कोई लिखित रूप उपलब्ध है?

हाँ, “राम को देख कर श्री जनक नंदिनी” भजन का लिखित रूप विभिन्न धार्मिक पुस्तकों, भजन संग्रहों, और वेबसाइट्स पर उपलब्ध हो सकता है। आप इसे भक्ति साहित्य, धार्मिक पुस्तकालय, या ऑनलाइन धार्मिक सामग्री की वेबसाइट्स से प्राप्त कर सकते हैं।

Hemlata
Hemlatahttps://www.chalisa-pdf.com
Ms. Hemlata is a prominent Indian author and spiritual writer known for her contributions to the realm of devotional literature. She is best recognized for her work on the "Chalisa", a series of devotional hymns dedicated to various Hindu deities. Her book, available on Chalisa PDF, has garnered widespread acclaim for its accessible presentation of these spiritual texts.
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