कैला माता, जिन्हें भक्तगण कैला रानी के नाम से भी पुकारते हैं, हिन्दू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं। कैला माता की आरती (Kaila Mata Aarti) ओम जय कैला रानी अत्यंत लोकप्रिय है और भक्तों द्वारा विशेष श्रद्धा के साथ गाई जाती है। यह आरती देवी की महिमा और कृपा का गुणगान करती है और भक्तों को देवी के प्रति आस्था और भक्ति से भर देती है। यहाँ पर हम “कैला माता आरती: ओम जय कैला रानी” के शब्द प्रस्तुत कर रहे हैं जिससे आप इस पवित्र आरती को गाकर देवी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
इस आरती को गाने से भक्तजन अपने जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की अनुभूति करते हैं। आरती के बोल सरल और हृदयस्पर्शी हैं, जो सीधे भक्तों के दिलों में उतर जाते हैं। अगर आप भी कैला माता की आराधना करना चाहते हैं, तो इस आरती के बोल आपको जरूर जानने चाहिए।
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Om Jai Kaila Rani PDF
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|| कैला माता आरती: ओम जय कैला रानी ||
ॐ जय कैला रानी,
मैया जय कैला रानी ।
ज्योति अखंड दिये माँ
तुम सब जगजानी ॥
तुम हो शक्ति भवानी
मन वांछित फल दाता ॥
मैया मन वांछित फल दाता ॥
अद्भुत रूप अलौकिक
सदानन्द माता ॥
ॐ जय कैला रानी।
गिरि त्रिकूट पर आप
बिराजी चामुंडा संगा ॥
मैया चामुंडा संगा ॥
भक्तन पाप नसावौं
बन पावन गंगा ॥
ॐ जय कैला रानी।
भक्त बहोरा द्वारे रहता
करता अगवानी ॥
मैया करता अगवानी ॥
लाल ध्वजा नभ चूमत
राजेश्वर रानी ॥
ॐ जय कैला रानी।
नौबत बजे भवन में
शंक नाद भारी ॥
मैया शंक नाद भारी ॥
जोगन गावत नाचत
दे दे कर तारी ॥
ॐ जय कैला रानी।
ध्वजा नारियल रोली
पान सुपारी साथा ॥
मैया पान सुपारी साथा ॥
लेकर पड़े प्रेम से
जो जन यहाँ आता ॥
ॐ जय कैला रानी ।
दर्श पार्श कर माँ के
मुक्ती जान पाता ॥
मैया मुक्ती जान पाता ॥
भक्त सरन है तेरी
रख अपने साथा ॥
ॐ जय कैला रानी ।
कैला जी की आरती
जो जन है गाता ॥
मैया जो जन है गाता ॥
भक्त कहे भव सागर
पार उतर जाता ॥
ॐ जय कैला रानी,
मैया जय कैला रानी ।
ज्योति अखंड दिये माँ
तुम सब जगजानी ॥
|| Kaila Mata Aarti PDF: Om Jai Kaila Rani ||
Om Jay Kaila Rani,
Maiya Jay Kaila Rani.
Jyoti akhand diye Maa,
Tum sab jagjaani.
Tum ho Shakti Bhawani,
Man vaanchhit phal daata.
Maiya man vaanchhit phal daata.
Adbhut roop alokik,
Sadaanand Maa.
Om Jay Kaila Rani.
Giri trikoot par aap,
Biraaji Chamunda sangaa.
Maiya Chamunda sangaa.
Bhakton paap nasaavon,
Ban paavan Ganga.
Om Jay Kaila Rani.
Bhakt bahora dware rahata,
Karta agwaani.
Maiya karta agwaani.
Laal dhvaja nabhi chumat,
Rajeshwar Rani.
Om Jay Kaila Rani.
Noubat baje bhavan mein,
Shank naad bhaari.
Maiya Shank naad bhaari.
Jogan gaavat naachat,
De de kar taari.
Om Jay Kaila Rani.
Dhvaja naariyal roli,
Paan supaari saathaa.
Maiya paan supaari saathaa.
Lekar pade prem se,
Jo jan yahaan aata.
Om Jay Kaila Rani.
Darsh paarsh kar Maa ke,
Mukti jaan paata.
Maiya mukti jaan paata.
Bhakt saran hai teri,
Rakh apne saathaa.
Om Jay Kaila Rani.
Kaila Ji ki aarti,
Jo jan hai gaata.
Maiya jo jan hai gaata.
Bhakt kahe bhav saagar,
Paar utar jaata.
Om Jay Kaila Rani,
Maiya Jay Kaila Rani.
Jyoti akhand diye Maa,
Tum sab jagjaani.
Kaila Devi Aarti
Kaila Mata Aarti
कैला माता आरती
कैला माता आरती हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण भक्ति गीत है जो विशेष रूप से देवी कैला माता की पूजा के दौरान गाया जाता है। कैला माता को आदिशक्ति, शक्ति की अवतार, और कल्याणकारी माता के रूप में पूजा जाता है। उनका पूजा विधिपूर्वक अनुष्ठान, विशेष रूप से आरती, भक्ति भाव और श्रद्धा से भरा होता है। इस आरती का महत्व विशेष रूप से उन भक्तों के लिए है जो देवी की आराधना के माध्यम से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं।
कैला माता का महत्व
कैला माता, जिन्हें अक्सर ‘माँ कैला’ के रूप में भी संबोधित किया जाता है, भारतीय देवी-देवताओं की एक विशेष और महत्वपूर्ण देवी हैं। वे मुख्यतः शक्ति और संरक्षण की देवी के रूप में पूजी जाती हैं। उनके भक्त उन्हें हर संकट और समस्या से उबारने वाली देवी मानते हैं। कैला माता की उपासना के दौरान उन्हें विभिन्न रूपों में पूजा जाता है, और उनकी आरती एक प्रमुख अनुष्ठान है जो भक्तों की भावनाओं और श्रद्धा को दर्शाती है।
कैला माता आरती की संरचना
कैला माता की आरती आमतौर पर भक्तों द्वारा सामूहिक रूप से गाई जाती है। इसमें विभिन्न प्रकार के भक्ति गीत होते हैं जो देवी की महिमा, शक्ति और कृपा को वर्णित करते हैं। यह आरती एक आदर्श भक्ति गीत के रूप में होती है, जिसमें न केवल देवी की आराधना की जाती है, बल्कि भक्तों की आस्था और समर्पण को भी प्रकट किया जाता है।
आरती का सामान्य प्रारूप इस प्रकार होता है:
आरती की शुरुआत: आरती की शुरुआत देवी के मंत्रों और नामों के उच्चारण से होती है। भक्त देवी की महिमा का वर्णन करते हुए उनके नामों का जाप करते हैं, जो आरती के प्रमुख भाग होते हैं।
दीप प्रज्वलन: आरती के दौरान दीपक जलाया जाता है, जो भक्तों के द्वारा देवी को अर्पित किया जाता है। दीपक की रोशनी को देवी के प्रकाश और ज्ञान के रूप में माना जाता है।
भक्ति गीत: भक्ति गीत आरती का मुख्य हिस्सा होते हैं। इन गीतों में देवी की शक्ति, उनके रूप, और उनके द्वारा की गई कृपा का वर्णन होता है। गीत भक्तों के दिल से निकल कर देवी तक पहुंचने का माध्यम बनते हैं।
प्रसाद वितरण: आरती के बाद, देवी को अर्पित प्रसाद भक्तों में बांटा जाता है। यह प्रसाद देवी की कृपा और आशीर्वाद का प्रतीक होता है और इसे श्रद्धा के साथ ग्रहण किया जाता है।
कैला माता आरती के लाभ
आध्यात्मिक शांति: कैला माता की आरती गाने से भक्तों को मानसिक शांति और आध्यात्मिक संतोष प्राप्त होता है। देवी की आराधना के दौरान भक्तों की चिंताओं और तनावों को दूर किया जा सकता है।
समृद्धि और कल्याण: देवी की पूजा और आरती से भक्तों को समृद्धि, खुशहाली और जीवन में सुधार की प्राप्ति होती है। यह आरती जीवन में सुख और समृद्धि को आकर्षित करने का एक तरीका मानी जाती है।
भावनात्मक सम्बंध: आरती के दौरान देवी के साथ भावनात्मक सम्बंध स्थापित होता है, जिससे भक्तों को मानसिक संबल और जीवन में सकारात्मकता का अनुभव होता है।
सामाजिक एकता: सामूहिक आरती से समाज में एकता और सहयोग की भावना उत्पन्न होती है। यह एक ऐसा अवसर होता है जहां लोग मिलकर एक ही उद्देश्य के लिए पूजा करते हैं और एक दूसरे के साथ अपनी भक्ति साझा करते हैं।
कैला माता आरती की विधि
कैला माता की आरती की विधि सरल लेकिन प्रभावशाली होती है। इसे किसी भी पवित्र स्थान या घर के मंदिर में किया जा सकता है। आरती के लिए निम्नलिखित विधियों का पालन किया जाता है:
स्थान की सजावट: आरती करने से पहले पूजा स्थल को सजाया जाता है। देवी की तस्वीर या मूर्ति को सुंदरता से सजाया जाता है और वहां दीपक और फूल अर्पित किए जाते हैं।
दीपक प्रज्वलन: आरती के लिए दीपक को प्रज्वलित किया जाता है। दीपक को देवी की आराधना के दौरान उनकी ओर बढ़ाया जाता है।
मंत्रों और गीतों का गायन: भक्त देवी के मंत्रों और आरती के गीतों का उच्चारण करते हैं। यह चरण आरती का मुख्य भाग होता है और इसमें भक्तों की भावनाएं व्यक्त होती हैं।
प्रसाद अर्पण: आरती के बाद देवी को अर्पित प्रसाद भक्तों में वितरित किया जाता है। यह प्रसाद श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक होता है।
कैला माता आरती एक दिव्य अनुष्ठान है जो देवी कैला माता की पूजा का अभिन्न हिस्सा है। यह आरती न केवल भक्ति और श्रद्धा की अभिव्यक्ति है, बल्कि यह भक्तों को मानसिक शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति की प्राप्ति में भी सहायक होती है। कैला माता की आरती एक शक्तिशाली साधना है जो भक्तों के जीवन को सकारात्मक दिशा में मार्गदर्शित करती है और उनके मन और आत्मा को तृप्त करती है।